एक गरीब लड़का जिसने संघर्ष के दम पर खड़ा कर दिया DHANVANTARY BIOSCIENCE का एक बिज़नेस |
इनकी सफलता की कहानी (Success story) सभी के लिए प्रेरणा है।
इनका कहना है कि ये भी अपने जीवन काल में अध्यापक बनने की ख्वाहीश रखते थे लेकिन यह सपना, सपना ही रह गया | क्योंकि आज अध्यापक राजनीति की चक्की में पीसे जा रहा है | फिर इन्होने अपना खुद का रास्ता चुनने का फैसला किया और फिर अपनी मेहनत और लगन से खड़ी कर दी DHANVANTARY BIOSCIENCE की एक बड़ी टीम |
किसी ने सच ही कहा है दुनिया मे असंभव कुछ भी नहीं है। इसांन चाहे तो वो सब कुछ कर सकता है जो वो सोचता है। कुछ ऐसा ही किया है – DHANVANTARY BIOSCIENCE के Network Associate Virendra Yadav ने। जिन्होंने जिन्दगी के संघर्ष के आगे घुटने नहीं टेके बल्कि अपनी मेहनत और लगन की बदौलत आज DHANVANTARY BIOSCIENCE में एक बड़ी टीम खड़ी कर दी है।
“गुरुर न दिखा… यह खुदा की महफ़िल है..
मैंने यहाँ अंगारों को भी ख़ाक बनते देखा है।”।
आग में तपकर ही सोना कुंदन बनता है और Virendra Yadav वो कुंदन है जिन्होंने खुद को गरीबी और संघर्ष की आग में तपाकर ही निखारा है।
कुछ लोग अपनी किस्मत खुद लिखते हैं जो देश में प्रसिद्धि का कारण बनती है।
मेहनत जो करे, उसके कदमो में जहान हैं, खुद में तू विश्वास रख, सब कुछ आसान है |